मध्य प्रदेश के राजस्व मंत्री द्वारा एक महिला अधिकारी पर की गई विवादित टिप्पणी
एमपी विश्वास न्यूज
गुना।मध्य प्रदेश के राजस्व मंत्री द्वारा एक महिला अधिकारी पर की गई विवादित टिप्पणी के विरोध में जिले के तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने सामूहिक हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। जिले के अधिकारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के बाद आज सुबह से ही अपने सभी कार्यों को रोक दिया है। इस हड़ताल का असर जिले के प्रशासनिक कामकाज पर साफ दिखाई दे रहा है। मामला तब गर्माया, जब मध्य प्रदेश के राजस्व मंत्री ने एक महिला अधिकारी पर कथित रूप से अमर्यादित टिप्पणी की। यह टिप्पणी महिला अधिकारी के कामकाज पर थी, जिसे राजस्व अधिकारियों ने अपमानजनक और अनावश्यक करार दिया है। राजस्व अधिकारी संघ का कहना है कि महिला अधिकारी को पहले ही आयुक्त और कलेक्टर द्वारा की गई जांच में निर्दोष पाया जा चुका है। इसके बावजूद, मंत्री द्वारा की गई टिप्पणी ने अधिकारियों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई है।राजस्व अधिकारियों का विरोधराजस्व अधिकारियों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि इस तरह की अपमानजनक टिप्पणियां उनके लिए असहनीय हैं। तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों ने सामूहिक रूप से विरोध का रास्ता अपनाते हुए हड़ताल का ऐलान किया है। उन्होंने कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में यह स्पष्ट किया कि जब तक मंत्री अपनी टिप्पणी वापस नहीं लेते और माफी नहीं मांगते, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि महिला अधिकारी के प्रति मंत्री का यह व्यवहार न केवल उनके कामकाज को नीचा दिखाने की कोशिश है, बल्कि पूरे राजस्व विभाग के सम्मान पर चोट है। राजस्व अधिकारी संघ ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मंत्री से तुरंत सार्वजनिक माफी की मांग की है।हड़ताल का असरगुना जिले के तहसील कार्यालयों में काम पूरी तरह ठप हो गया है। जमीन के दस्तावेज, राजस्व मामलों की सुनवाई और अन्य प्रशासनिक कार्य रुके हुए हैं। जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में तहसीलदार और नायब तहसीलदारों की अनुपस्थिति के कारण नागरिकों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हड़ताल का असर न केवल गुना जिले तक सीमित है, बल्कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी राजस्व अधिकारियों ने इस विवाद के चलते काम बंद कर दिया है। इससे राज्य के राजस्व विभाग का कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।राजस्व मंत्री पर उठे सवालमंत्री की टिप्पणी पर प्रदेशभर में बहस छिड़ गई है। राजस्व अधिकारी संघ का कहना है कि ऐसी टिप्पणियां विभागीय कर्मचारियों के मनोबल को कमजोर करती हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हमें सरकार से उम्मीद है कि वह अपने कर्मचारियों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करेगी। लेकिन इस तरह की घटनाएं कर्मचारियों के प्रति सरकार के नजरिए को दर्शाती हैं।